0001ガソリン代返せ2018/02/03(土) 15:08:55.900
コジマで買った20Jがいきなり不良品で返品、最初キーボドの1部を押すと
違う文字が出て、返品ほかにもこういうクレームが何軒かあったらしい。
最初の設定から悪戦苦闘パソコンが始めてだったのでこれのせいでだいぶ
苦労した、ほんとに腹が立った。
0002名無しさん2018/02/03(土) 16:54:04.520
_-_--___------_---_____--____--__---__-__-_--_---__-_------__-___-__-____
__-_---_---___-_____--_-__-_--_--_--___--______---_---__---__-__----_--__
___--_----_-_----__-_--____-_-___-_-----_-__-___--__-_-_----__-__-_-__-__
_--__-___---_---__-_-___-_-_-_---_-_-_-_-_--__-------_--_-_______-__-_-__
----_---____-_---_---_____-__-_-__---__--_--____--_-_--_--__---____-__-__
_--_--_-_---_-_-_-__--___---_______-----__--_-_-_------__-___-____-__--__
-_---_----_-__-__---____-__--_-__--__-_-__--------_--_______-__-_-_-__-__
_--_----______------____-_--__-_--______---_-_--_--_-_--____-_---_-_-__-_
-_-_--_--_---__-___--__---____-------__--_--___-_-_-_--_--_____-_____-_-_
_-______---__-____-__-__--___----_----_---_________--_----_------___--_--
--_-_-----__-_--__-___-___--____---------_____-_____---_---___-__---_-___
____-_-_--___-____-_----_--__-_--___-_--____----__-__-_--__----_-_-_----_
_----___-___----____--__-_--_-_--____-___--_--___--_----_____-_-__---_---
-_-_----__--_______--____-_----__-___-_-___-_---__-_-___--_-----_-__----_
-__-_---_-__-_---_----__-_-___-__-----___------__-_-_-_-__-_-___-_-______
-___----_---__-____-__-_---___---___-_-___---_-_-__-____-__-_---__---_---
_-_-_-_____---__---__-__--_-__----___-__-__-__---__--_-__-_--___-_----_--
---_-___-__---_-_-_-___----__-___-_--__----___-----______--_-_--_____---_
--_---__-___----____---_-_-_-____-_-__---_---___-_-_-_____--_-_---_-_-__-
_--_-___--________--_--____-___--___-__----_---___---_---__--__---_---_--
_----_-_-_-___---__-__--__---____-__--__----_____--_____---__-_--_--_-_--
__-_---____--__-_-_---__----_--_-____--_-_---__-__----_-____-___---_-_-__
__--____-_-___--___---___-_--__-_-_---_-____-_--_---_-----__-___-_---__--
_----__-_-___----__--____--__--__--___----__-----____----_--___-______--_
-__-_--__-_-__-_-_---____-_-_--__--_-_-___-___---____-_---_--_--___---_--
--_-_____---_____----__-______-___---_-----__----__----____-__-_-----__-_
--_____--____---__-__-_-_---_----_-_------_---_--_-_--___-__-___-_____-__
--__----_-_-__-__--__-___-_--_--___-_--_--__-_-_--_-___--__--_--___-___--
--_--_--___-_---___-----___-_--_____--__-____-_-_-____---____----___-----
-__-----___-__-----_-_----_-___--__-___-_-_----___--_-__--_--_-_______-__
_-----__-------___--___-__--______-____----__-_-_-_--___------_-___-____-
-_--_--_-_-_____-_-_-_---_-_____-_-_--_-_---_--_--_---__-----_____-____-_
__-_-__-__------_-_--_-__-_--__-__-____---_--__-_____--___-__--_----_--_-
______-_---_--_---__-_----__-_----__---_-_-----___--__-___-____-__--__-__
-___-_---__--__-----_-_---_-______-___----___-_-_--___-_-__-___----___---
-----_--_---__-_-_-__--_---__--__________-___-__----_--_______---__---_--
-__-_-_-_-__---___-_--_-_-__--_-__-___-_--_-_--_-_----__-_-_--_--_____--_
_--_-__---____-_-__-__---__--__-------_-__-___---___-___-__-_-__----_-_-_
--__-___--_---_-__-_--__-___---__--___--__-____-_----__--__-_-_-_-_--_-_-
_____--_-__-__-__-_-_-_-__--_-------_-_--__-____---_--____-----_-__-___--
-__-_----__--____-_-___---__--_-_-_--__-_-_---__-_--__-_-__-___-----__-__
--_-____--__---_-___--_-_---__-_-_----______-_--_-__-____----_----_-_-___
--_____-__-_-_-_--------__--__--_-__---_-_____---_--__-__--__-______-_---
__--_-_--_--_-_-___--_----_--__-_-__-_-___--_--__---____---_--_____--_-__
_----____--__-_-_____--_--_-_-___-_-_-----___-__-_-_-_--_-___-_--__-_----
___--__---____---_-_--_-__-_-__----___-_---___-__-_----__--__-----__-____
----------___--__---____-____--__--____--__-__---_-__--___--____--_-__--_
__--_----_____----___------_---__-__-_-_-___--___-____---_---___---___-__
-_-_----____----_-----__--____-__--__--___---____--___-_---___--_-_-_-___
___--___---_--_-----___-___--__-_-_-__--____-_-___--_---_____------__--_-
__--__------__---_---_-____--_----_-_--___--___-_____-__---__---__--_____
-__-_--_-__--___-_-__---_--------___-__---_---_-_-_______-_-_-__--__-__-_
-_-------_-_---___----____-___-__-__--_---______---__-__-_-_-__----__-___
-__---__---__--_-__----__-__--_--_-______---_-__--___-_-_---_----______-_
___---_-__---_-_---_-_--_-____-__--------____-___---_-_______-_----__--__
_---_--______--__----___-_-_____--__-___---__-_--_--__--_---_---_--__-_-_
-____---__-__-_-_---___--___--___----_--__--_---__---_---_____--_-__--___
--__-_-_-_-----__-_-__-__---_--__-___-_-___-_-_----_--_--___-__-_--_____-
-__----_-____-_-___---___-_-__-_--_-----___---__--__-___------__-__-_-___
__-_-_-_-_-_--____--_---_-_-_--__--_---__-__---_---_____-__--__-_--_-___-
___-_---_--_-___-__-__------_--___-_-_-_--_-____--__---_--_----_______--_
-_-______-__-___---______-_-_---__--_-_-_---------__---____-_-__-__----_-
_----___-_-----__-_-_______-__-_-__---__-_____---_---__--_--__-__--__----
-__-----________-__--___-----___--___-__--__--___-_--_-_-__---__---__----
__----_-_---__--_---_-----______--__-____---____-_--__-_-__--_--__---____
____----_-_---__-_-___--__--___-------__--_--___----__-----_-_____-______
-__-__----_____---_____-__---__-----__--____----_--__---_-_-____-___-_---
--__-__-_-__--_-_---_-__-_---__-___-_-____--_-_-_-_--_--_---__-_-____-_--
---_-_-_--_-_-___-_--__-___--___--_--_---___-_--__--_--_-__--___--_____--
--____-_----__-_-___-_----___--_-_-__-____-_-_-__----___-_---_-__-__-_---
__-_------_-_--_--____--_----_-__----__-___---_-___-_____-_-_--_-__--____
-----__-_-_---__-_-__-_--____---_____-____-_-___-_-__-----____-_-------__
-_--_--____-_-___-_--_-_--_-____--_-_--___-_---___--__-----___--_-_--_-__
--_-----___-_--__-_--_--_-_-____-_--___--_-_--_--_-_--____-__-_--____--__
_-_---_--_-___---_--_-____--__--_----_--__-__-__-__-_-___-_---_---______-
-__-_---__-_-_-__---_____---__-_--______-----_-___-_--__-_-_----_-_-_--__
-_--_-__---_-___------____--_-_-_-___-___-_--_------_____--_-_____-__-_--
-_---___-_-__-__------__---_-_-_-__--_-_-----__---___-_-_-___-__-_____-__
--__-_-___-_-_-___--______----_-_-__------_--_--__--______-__----_-_-__--
---__-_--___--____--___---_-_____-_----_-__--___-__------__-_-____-_---_-
_-----___-__--___-__-__-_____--_----_--_--__-____--__--__-__-_--__--_----
__-_-_--___-__---_-_-__-_--__-_--_-__-_-__---__-___---_--_----_-__-_-__-_
_--_-_-_-_--___-_--___-__-__-------__-_---------_-______-_-_--__-_-______
_----_-___---_-__--____-__-___-_-_---___--__-------____-_-_--__-__--__--_
____--_----_---__-_-___--___----_-__----___--____-___-_-___---_---____---
__---__--___-__---_--_--_----_____--__-___-_---_---_-__-_---____--_--____
___-_---_--__--__-_---__---_--_----__-__--__-_--______-___-_-_--_--_--___
____-_-_-___-_______----_-_---_-_---__--_---_-_-__--_____-____-_---------
--__-_-_-_---_----_---____--_----__-_------______----________---___-_____
-__-___-_--__--_--_____-_--_---___---___--__-__--_----_-_-____-_------___
-__-____-_-__---_-_-_-_-_--_----_-___---___----___-----____-_--_-_-__-___
-__-__--_-_--_--_---_--_--__-__---_--______----__-_-__--_____-__-___-_---
-_____________-__-__-_-____-_-_--__-_-_--_---_-__-_-----------___-----_--
_--_______-__---___-___----_----_-_-_-__-_---_-___-____-__-_-----_---__--
-__--_--__-_-_-__-_-__-_______-__--_-__--__--__------_-_-__---__----__--_
--_-_----___--___--_---__----___------_--__-__-___-_-__-___-____-__--__-_
-___--___--___-___--___-______-----_--_--_-_--_---___-___------____-_----
--__-___--_---_---__-__-__-_--___---_--_-_-__-_---_____--------________-_
--_--_-------__-_____--_-_--__-__-_-__---__--_-____--___-__---___-_-___--
--__---_--___--____--___-____-__-_-____-_--_--___--_--__--__-___---------
_-_____---_-___--__-_--_-_---_-___--______----__-___-_-_---_-_----_-__---
__-____-----_-_-_--___-_--______-___--_-_--__-_------_-_---__--___-_-_--_
_---__--__-_--_----__--__---_-__------_---_-___-_______-_-_-_-_-_-____-__
---___-_-__---__-_-__--_-----____--_----_---_-__-_-_--___---_-__________-
--______---_---___---_-----____--__-___--__--__--____---_____-----____---
_-----_____-__--_-__---__-_--___------__---__---____---_-_---__-_-_______
-__---_---_----__--_---__-____-_____-_--_----______----_-___-_____-_----_
_-__---__-_---_--_------__-_-_--_____-____-__-__-__-_--_--__--_-__--_-_-_
_____-___-___-_-_-___--___-----______--_-----__-__-_-_----__----__----_--
_--_--_____----___-__--_-__-_--__----_--__-___--__-__-----__--_-_-__--___
__-_---_--_-_-____-__--___-__--____-_-_--__---_--____-___-_------_---_-_-
-_-----_----_-_--_--___-----_--_-___--_____-__-__----__--_____-____--____
____-___-__-----_--_--__--_-__--___---__-_---__-_--____-----_-_-_--_-____
_-_--_-_-______-___------___-___-_-_-_----_-____-__-__--_------_--___--_-
--_-____-_-_-_-____--___-----___---_-__---_--__-__-__-___-__--_-__-----_-
_--__--_-_______-_____-_-_----__--_-_-_--_---____--___---__-----_---__-_-
___-__--_--_-______-_-___-__----__-__-__---__------__--__-_--_----__-_-_-
---_____-___-__---_---_-___--__-__-__--_--__-___-_-_-___-___-_-------_---
----_--_--_-__---__-_-_-_-_------_--___--__-_-______--____-_--_-____--___
__--_-__-__________-_-_--__-___-_-----_-_-_-_----_-_--__-_-----__--__--_-
-_-_-_-------_-__-__-____-_--__--_--___-__----__-_--__-_-_---_________---
--_-----_--_____--___-_--___-_-----__-__---__-_-__-_-__-_-__--__-_---____
_---__---_---_-_-______--__-_--____--_---____---_--------_____---___-____
--___-_------___---_-_-___-_____-_-___-__---_-_--_-____----_-_-__-__--_--
-__--_-__-__-_--_----__-_-___-_-_--_--_-_----____--__-___--__-_--___-__--
---__--_-___--______-_-______---_-_-_-_--___--_--__--_-__-_----_-_--_-_--
---_----_-_-__-_--_-______-___--_-_____---_-_---_--__-_-_--_-__--__-_--__
-__--_-_--__-_--_--___-__-_-_---_---__---__--___-_-_-_-__-______-_--__---
__-_--_--_--__---__-__---_____---__-_-__-_-----_--_--_-____-__-__---___-_
----_-__----_________---_--__-___--_____-____--_----_-_-__-_-_----_-_-_--
0009名無しさん2018/04/08(日) 15:17:35.420
レスキューナウ
-~-~~-~-~--~~--~-~--~---~---~-~-~--~~~~~--~-~~~~-~-~~~~------~--~~-~-~~-~
~~---~---~-~-~~~--~-----~~-~-~~~--~~~~~--~--~~~--~~-~-~~-~~-------~~-~~-~
--~--------~-~-~~~~-~~~~-~~~-~~~~~~-~-~~--~~-~--~--~-~---~~--~~----~~-~--
---~~--~~--~--~~~---~~--~-~~~--~~-~----~-~~~~~~~~~~----~--~---~~~~--~-~--
~~-~----~-~--~-~---~~--~~----~----~~~~-~-~~~~~~-----~~~-~-~~--~~-~~~--~~-
~~~~~----~--~-~-~--~~-~-~~-~~~~----~~--~--~-~~-----~~~~~~~~~~-~---~------
~~--~~-~~~~-~-~~~~~~~-~~-~~~--~-~~---~-~----~~-~------~---~-~-~-~-~--~---
--~--~--~~~~~~-~~~~-~~~-~-~~-----~~--~-~~~~~--------~--~---~--~---~~~~-~~
~--~~--~~~--~-~~-~~~~~----~----~~~~~-~~~~----~-~~-~--~~-~-~~--~~-------~-
~----~~--~~~-~~----~--~-~--~~-~-~~-~~~-~-~----~~-~~~----~~~~~-----~~~~-~-
--~~-~~--~~-~~~~~------~----~~~-~-~~-~--~~-~-~-~-~~--------~~---~-~~~~~~~
~~~~-~~--~~~--~--~--~~-~-----~-~~~~---~-~~---~--~--~-~~~~-~---~-~~~~--~--
~~----~---~~~-~~~~~---~-~--~--~~~-~~-~~-----~-~~~---~~~---~~-~~~~-~~-----
~~~-~~~-~~-~~----~--~-~~~-~~-~--~~~~~~~-~---~~~-~~--~--~----~--~-~-------
~~--~-~~---~~--~-----~~--~~~--~~~---~~--~~-~--~~~-~-~~~--~-~~~~-~-~-~----
--~-~--~~~----~---~-~~-----~~~---~~~~--~~~~~-~-~~--~---~~~~----~~-~-~~-~~
~~~~--~-~-~----~-~-~-~----~~-~-~-~--~~~~~~~~-~~~--~-~~~-----~---~-~-~~---
-~~-~----~--~~~--~-~~---~~-~~~~~--~~~-~~----~--~~~~~~---~-~--~~~---~-~---
-~~-~~~~~-~~--~~~~~-~~~~-~----~-~--~-------~~----~--~~~--~-~-~~-~~--~-~--
---~~-----~~--~~--~-~~---~-~-~~~-~-~--~---~~~~-~~~-----~---~~~~~-~~~--~~~
~~~~~~--~----~-~-~---~-----~-~~-~-~~--~--~----~~~--~~~--~~---~-~~-~-~~~~~
~-~-~~~-~~-----~~---~--~~~~-----~~-~~~--~-~~--~--~-~-~--~-~~~~~--~--~--~~
-~~~~-~~--~~--~~~-~~~~--~~-~-----~~~-~~-~--~--~-~~-~-~-----~~-~----~---~~
--~-~~~---~----~~-~~~---~~-~---~----~-~-~~~~~~~~--~-~-~--~-~~~~----~--~~~
~~~--~-~---~~~-~~~~~----~-~~-~-~---~~-~-~-~~~-~---~~~-~----~~~-~~------~-
~~-~-~---~~----~~-~---~---~-~~----~-~~~~---~~--~--~--~-~-~-~-~~~~~~~~--~~
~-~--~~~~~~-----~~--~~--~---~-~~-~--~-~~~~-~~---~-~~---~~--~~~--~~---~-~~
-~~-~~~----~--~----~-~~--~--~~~~~-~-~~-~~-~~~~-~~~~-~--~----~~~-~~-~-----
-~~~--~~~-----~~~~~-~~~---~~-~--~-~~~~-~~-~---~~~-~~-~~--~--~-~-------~-~
--~----~----~~-~~-~---~~~~----~--~~~~--~~~-~~~~--~-~~-~-~-----~~~~~-~-~~~
~~-----~~~~~---~--~-~~~-~--~~~--~~~~~~-~-~-~~--~-~--~--~-~~---~~~--~---~-
--~~---~-~~--~~----~----~-~~~-~~~------~~~----~--~--~--~~~~~~~-~~~-~~~~~~
-~-~~~~----~~-~----~-~--~~~--~~~~~-~~~~-~-~~-~~-~~~----~---~-~--~~--~-~--
~~--~~~~~----~~-~-~~~-~~~-~~~---------~-~~---~~--~~-~-~~-~-~-~~~-~--~--~-
-~--~~~---~~~-~~--~~~---~~~------~-~~~-~~--~-~---~~--~-~~-~--~~---~~~~~-~
~-~~-~-~~~--~-~~-~----~~--~~~--~------~~~~--~~~-~~~~---~-~--~~-~-~~~--~--
---~~-~-~~-~~--~~~-~~--~-~-~-~--~-~~~-~--------~-~---~~-~-~-~-~~~-~~~-~~~
~~~~----~~--------~-~~-~--~~-~~---~--~~~~--~--~-~~~-~~-~-~~-~--~~-~-~-~~~
~~-~~~~~-~---~--~----~~-~-----~~~-~-~---~~~-~-~-----~~--~~-~~~-~~~~-~-~-~
--~~~-~-~~-~-~-~--~-~~~~~~~~--~~---~~~~-~-~-~-~-~---~-~-~---~~-----~~---~
~~~~-~-~--~~~~--~~~---~-~~~~-~~-~~-~~-~------~--~-~~-~~--~~----~-~---~-~-
--~~----~~~--~~-~--~~~-~~-----~----~-~--~--~~~--~~-~-~~-~-~~--~-~~~~-~~~~
-~~~----~-~-~-~~~~~~-~~---~-~-~-----~----~~~-~-~-~~--~~~-~~~-----~-~~~~-~
~-~~~-~~---~--~-~-~~-~---~~-~--~~~~~~~~---~~~~-~-~~~-~-~~---------~~-~---
---~-~-~~~~-~~--~------~~-~~--~-~~~-~----~~---~-~~~-~~--~--~~-~-~~~--~~~~
~~~----~~-~--~~~--~~---~~~~-~-~~-----~~~-~---~---~~-~~-~-~-~~-~~-~~---~~-
~~--~--~-~---~-~--~~-~~-~~~~--~~~~-~-~-~---~~-~~~~---~~--~--~--~~--~-~-~-
~~---~~-~~~-~--~-~---~-~~--~-~~-~~-----~-~-~~-~~-~~~~----~~-~-~~--~---~~~
~~---~~--~---~-~~--~~~~~-~--~~--~-~~-~-~-~~-~--~~-~-~----------~-~~~~~~~~
~~--~-~--~-~-~---~~--~~~~~--~~~~~~-~~~-~~-~--~-~~--~~~-----~--~--~--~~---
~~~~~~~-~~~----~---~~~~----~-~-~--~~-~~~~~~-~--~---~-~-----~~~~-~~----~--
------~~---~~~-------~-~~~~---~~~-~~~-~~----~----~-~-~~~--~~~~~~-~~~~~~-~
~-~~-~~~----~-~~~~~~~-~-~-~-----~-~~----~---~--~-~~-~~~-~~---~~~-~--~~~--
~~~-~~-~~~---~~~~~~----~----~-~-----~-~~----~~~-~---~~~-~-~--~-~-~~--~~~~
~------~~-~~-~-~-~--~-~~~~~-~---~~----~-~~-~--~-~~~-~~~~-~--~-~---~-~-~~~
---~~-~~-------~-~---~~--~---~---~-~-~~~~-~~~~~-~-~~--~~~~-~~---~~~-~-~~~
~--~-------~-~~-~~~~~~~-~--~-~~~-~---~--~~~~-~-~-~~-~-~----~---~~~~---~~~
~-~~-~~~~~-~----~~-~~~----~--~-~~~~-~~----~-~~~~--~~~--~~--~~----~~~-----
-~~~~-~-~--~---~~~~--~----~~~--~~-~-----~~-~-~~--~~-~~~~-~-~-~~----~~--~~
-~~~--~~-~-~~--~~~~-~~~~--~-~~--~~-~--~~-----~~~----~--~--~~--~--~-~~~--~
-~--~~~~~-~-~--~~~~-~---~~-~~-~~~~--~---~-~-~~---~~--------~--~~-~~~~--~~
~~----~~~-~~-~~~-~-~-~~--~~-~~--~-~~~~~-~~~-~~----------~~~~--~~-----~-~-
-~-~--~-~-----~~~~~-~-~-~--~~~~~--~~~-~-~---~~--~--~~----~-~~~~-~-~-~--~~
-~-~~---~-~~~~~--~~~~--~-~~---~~~~-~----~~-~----~-~--~~-~~~~-~~---~--~-~-
--~~--~-~~-~~~-~~--~~~-~~~~-~-~~--~~--~-~~~~-~~~-~-------~~---~--~-~-~---
~-~-~-~~~~--~~~~--~~~~---~~-~-~----~---~--~~~-~~~-~~-~~------~-~-~~~-~---
~--~--~~--~-~-~-~-~------~-~~~--~~--~~----~~-~-~-~-~~-----~~~~~~~-~~~-~~~
~---~--~-~-~~~-~--~-~--~-~~-~----~~--~--~-~-~~~~~~-~~~~~-~------~-~~-~-~~
--~~-~-~~--~~~~--~----~~~--~~~-~~-~-~~-~-~--~--~--~--~~--~-~-~~~--~~--~~-
--~~~~--~~~-~-~~-~~-~--~--~-~-~----~-~-~---~-~~~-~--~~~-~-~~--~--~-~~~-~-
----~~~---~--~-~-~-~~~-~~~~--~~---~--~~~--~~~--~~~--~-~--~--~~~---~~-~~-~
~----~--~~~--~-~~~~~~--~~~~---~---~~-~-~~~----~~--~-~~~-~~~~--~-~-~---~--
~---~~~----~~---~--~-~~~----~~--~-~~~~~-~-~~-~~-~---~-~~---~~~---~~~~-~-~
~~-~----~~~~--~-~--~----~-~~~--~~-~--~~~-~-~~--~-~~~~~-----~~~~~~~--~----
-~~~---~~~-~~-~---~---~----~~--~~~~~~~~~---~~-~---~~---~-~-~--~--~~~~~--~
~~~~~-~-~-------~-~~~~~~~~~--~--~~~-~~---~-~-~--~------~--~-~~~---~~--~~~
---~-~-~--~--~---~-~--~~-~--~~~~~~~~~-~--~-~~~~~-~~~-~~--~--~---~~~--~---
~~~~-~-~--~-~-~~~~--~-~~~~----~-~-~~------~~-~~-~-~--~-~~~~~----~--~-~~--
-~~-~~--~-~~----~~--~--~-~~~-~~~~-~--~~--~~----~~-~~--~~~-~~-~~---~-~~---
-~---~~---~-~-~~----~~~--~~--~~--~-~~~~~~~--~-~-~~-~--~--~-~-~-~~-~-~~--~
-~---~~--~-~~-~~-~-----~-~~~~~~~~-~~~-~~-~~----~~~---~--~--~~~-~~--~-~---
~--~~---~-~--~~~------~--~~~~~--~~~---~----~~~----~~~~---~~-~~~~~~~~~---~
-~~~~~---~---~-~-----~~-----~~~~~~--~-~~~-~~~-~--~~--~~~---~--~~-~---~~~~
---~~~--~-~~~-~---~~-~~~-~~-----~~--~----~~~~~-~~-~--~--~~-~--~~--~-~~-~~
--~~~~~~-~~---~~~--~--~--~~-~-~~-~-~~-~--~---~~~~--~-~--~~-~-~-~--~~~----
-~~~~~-~~-~~-~----~-~~---~~-~~-~~~~-~~~-~--~------~--~-----~~~-~~~--~-~~-
~--~--~~~~----~~~~-~-~~~~~-~--~~~--~-~-~-~-~--~--~~~-~----~-----~~-~-~-~~
~~~--~~~-~~-~~-----~~~~~~-~-~-~~-~-~~-~~--~----~-~---~~~---~~-~---~~---~-
-------~-~----~~--~---~~-~~~~-~~-~~~~~--~-~-~----~~~~~~-~---~~-~-~-~~~-~~
~-~~-~~-~-~~---~~~--~-~-~~----~-~----~-~-~--~~-~~~-~-~~~~~---~---~~~-~-~-
~~--~~---~--~~~-~~~~---~~--~-~-~-~~~-~-~~---~~~---~--~-~-~---~~~-~---~~~-
--~~~~~~-~----~~~~~~~-~-~~~~~-~~-~-~--~--~--~~---------~---~-~~-~~~-~~---
-~-~---~~--~----~--~~-~~-~--~--~-~----~~~-~~~-~-~-~--~~~~~--~-~~~--~~~~-~
~~-~----~---~~~---~-~~~~--~-~---~-~-~~~----~-~~~~~~--~~-~~~--~~~~-~----~-
--~--~~--~~---~-----~-~--~---~~~-~-~~--~-~~-~~-~~~--~~-~-~--~~-~~~--~~~~~
------~~~--~~--~--~~-~~-~~-~~~--~--~-~-~-~-~-~-~~~~~-~~~-~-~~--~-~--~~---
-~-~--~-~--~~~-~-~~---~~-~~~-~~~-~~-~-----~~~~~~-~~--~-~~---~~-----~~~---
--~-~--~~~-~~-~-~~~---~~---~~~~----~~~---~--~~~--~~------~--~~--~~~~~~~-~
-~~~-~~~----~--~-~--~-~-~~-~-~-~-~~-~-~--~-~~--~~---~-~--~-~~-~~~~--~~-~-
------~---~~~-~-~--~~-~~--~-~~---~~~-~-~---~-~~-~~--~~---~-~~~~~~-~-~~-~~
--~~~~~-~~--~~--~-~-~-~-~~~-~~---~~-~--~-~~~~--~--~-~--~-~~~~-------~~-~-
-~-~~--~--~--~--~~~~~-----~-----------~~~~~~~~-~~-~~~-~-~~-~~--~-~--~~~~~
-~----~~~--~~~~-~~-~~~-~~~~~~-~~-~~~--~----~--~------~~--~-~~~~~-----~-~-
------~-~-~~~~~~~~~~~~~--~~-~-~~---~-~--~~--~--~~-~-~-~-~--~~-~--~--~--~-
0015名無しさん2020/02/22(土) 14:52:32.280
爆笑王のスレ懐かしいな