鍵垢を見る方法おしえろ
ヴェルニーは敬虔なクリスチャンだった。
しかし、1908年5月2日に自宅で肺炎のため死去した。 --_--_-_---_---_-_____--_-_-_-_-_-__----___-_-_--_-_-_-__-_____-_-_-_-_-_
-_--_-----_-__-_--_--_-___--_-___-_____-_------_-___-_____-___-----_-__-_
___---__--_----__----___-__--_-_-_-___--__--__-_-__-_----____-_-____-_---
______--_-_--____--__--__---_-___-----_-_______-_-__-----_---__-__-_-----
--_____-_-______-_-___---__-__-___----_-__--____--___-------__---_-_-----
-__-__--_--_--_--__--_---_---__-___-_--___--__-_____--_____--_--_---_--__
___--__--__-___-__-_-_-_--____-__-___-_------_-----_-_-----_--___-__-_-__
-__--_-----_--_-__--_-__-__---_-----_---__-________--__-_-__-_-_--_____-_
----__-_----__---__--_-------_-_--_______-_--_____--__----_________---___
-_--__-_-----__--_-_-_--_-_---_---_____--_____--_-___--__--__--_-__-_-___
_-_-_______-__-___---_____----_---_-____--_-_-__-_--__---_----_--_---__--
_-_-__-_--_--____--_-----_-__---__-__-----_-_---_-__--_-_____--______--__
--__--_--__-_-___----_--_-__-____-__--__-_-----__--_______-_--__-___-----
-----_-__-________--_--_---_______--_--__-----__--_-_-__-_-_---_---_-____
_-_-__-_---____--_-_-_-__-_--_-_-_--_-_--__--__---__---___-__----_-___-__
______-___--_----___-__-----______---__-__-___--_____----_-__---_--------
--_----_---____-----___--____-_-_-_--___-____-_-__--_-___-_---__--__--_-_
_-_________--_----____-__-_-___---_---__--_--------____--____--_-__----_-
-_____--_______--_-_-_-_--------__-__-__-_--___---_---___-____----__-_---
__---_---_----_-__-_____-__---_--_-_-_-_-_-____-_-_--__--________------_-
-____-_-_---__--__--__-__-----____-_-____-_--__-_---__--__-_-_-__-_-----_
_---__-__------___-_-_-_-_-___--_-__--_-_-___-__-_____-----_--_----____-_
_--_____--_--------_-_-__---_--_-____--__-__-_-__-__----_-__-__---____-__
______-_-__---_____----__-_--_-_----_---__-_--_--___--___-_-----_-___--__
_-_---_-_________-_-_-_-__--_--_--_--_-_--__-____------_---_-__--_-_-_-__
---_--___-_____-_-----___-___--__-_-__-__-_-_-______-------__--_-__----_- _--___---_---_---___----__-____-___-___--_---___-___--_-----___-_-_--__-_
_--_-___--_-__-_---____-_-__---___----_-___-__-_--_----____-__-_-_-_-_---
-____---__-___-__-__---_--____-_--__--_-----__--____--_--___-----_-_-_-__
--_--_-__--__-__-_-_---__--__------___--_-----__-___--_-_____--__--______
___-_-_-_--____---_----_---_----__-_-__-____-__--_-_-__-___-__----__-_-_-
______------__-_-_-----_-__-__-__-_---__--__---__-__--___-__--__-_--___--
---_----_-____--_-__---______---__-_-_---____---_______-_---____-_---_---
--_-----_--__-_-__--_-__-____--_-__---__--__-_-__-_-_-_-___-_-______-----
_-___-----______--__--_--____-__-_--__--__--_-__-----___-_--____-_-_-----
----_---___-__----___--_----_-_---__-_-_-_-___-_-_--___-___---___-___-___
-___-___--_-___---____--__----_--____-_--_-_-_----_-_____-_---_--_-_--_-_
--________--__-_-_-_-__-_-_---_-_---__-_____--_-____---__--_--_--_-_-----
_-__-____-___--_----_---__---_--___--________--_--__----__-_-_--_-_-_-_--
_-_---____---------_-_---_--_-----___--__-_________-____-_-__-_--__-_--__
----_--___-__-_--____--_---------___-___-_-_---_--____-_-___--______--_-_
_---_---___--________--__--_---___--______--__--_---_--__--___-_---_-_---
__-_--_---__-__--__-_-_--------____---______-___-___-_--__--_---__----___
-_--_--_-__-_-____-___-_---____---_--_-_----____----____-_---__--_-__-_-_
____-__----____-_-_-_-_--__--_-__-_-__-____-_-_-_-__---_-_--____---------
-__--_-____-_-_------_-__---_--_--_-----____-----__-___-_-__-____-__-____
--_-_____--__-__-____-_---__-_--_--_-_---__---___---_____--__-----_-__-_-
-_-_---_-_-_---___---_-_---_---__---__--_--__-_-__-____--____--___--_____
_-_----__--_---______-_----__-_-__---___-_____-----_--_-__--__--_--___-__
__-_---__-_-------___-_-_-----__---_-_____---____--_--_-____-_--___-___-_
_-_--_--__-_-_--____-__-_--____----_-_-__--_---__-__-_---__--_-___--_-_-_
-_____---_----_______-_-___--____-_--____--___-_-------_-_-_--_-_-_-_---- --__--__-___----_--__-_-_-_-_--_-----_-_-__-__-_-__-___----__---______-__
__-___----_-__-_-_-__--____-__-_---____--__-_-____-----_--_-----_-____---
-_____---__-_-__-____-___---_-___----___-___--__---_----__-_-_--_---_--_-
_--_____-__--___-_--_-----_--________--_-_____--__-----___-__------_--_--
--__--______-___-_-------_-___--__-___-_----__-_-__-__-_--___-_---_--_-_-
_---_-_____-_--_-_--_-__---___-_---___----____-_-___---_---_-_---__-__-__
__-__________-__-----___---_--_----____-_-__---_-_-__--_----_--__-__--_--
-__--__-__---__---_---_-_-_---_--_-___-___-_-____--_-_-_-_--___-_--_-_-__
-__-____-___------__--__-_--_---_--_----_-__-__--_-______--___--__--_--__
-_---_____--_-__--_---__--___--_-_--____---_--__-___-__-_-_-_----_-_-__-_
----___----_-_-_-__-__-__________--_---__-___-__-_---_-_---__--_---_-_-_-
---_-_------_--_____-_---____-_--_----__-_--__--__---___-__-___-_--______
-__---_-_----_______-__--_--_-_--_------_---_----__---____-________-___-_
-___-----_-__--_--___-----_-_-___-_--_-_--__--_--____-_--_--__-____-_-___
_-__-_------_-__-_____-_--_----__-_--_____----____----__--_____-_--_-_--_
----__-__--_-___---___--_---__--_-_--___--_____-_-__-_----_-_---_-_____-_
_--_-_---_---___-__-_-__--__-----____-__-_-__-__-__--_____-_-_----_-_-_--
--_______-__---__-_----_--__-__---__-__-__-_--_--_--_-____---_-_----_-___
--_--__---____-__-_--___--__---_--_--____-_--_--____---_--__------_______
___----_______----_-___-_--_--_-_-__-__--_-------___________----_--_-_---
__--__-____--_-_-___--__-_-__--_--____---______---_-----_-___--_-_---_---
-__---_-__-___--_____-----__----_----__--_____-__-___--_-_-__-_----_--___
-__--__--_____--____--__----___--_-__--___----_--_-___-_---_---_-__-__--_
____-__---_-__--_--_-___--_----____-____------__-_--_-_-_____--_--_----__
--_---_-_---___--_-_--__---___---__---_-__-_-____-___-_-_---__-_--___-___
_--_---_-_-__-____----__--___--_-__-------_-___-__--____---____--__---___ --_---_-__--_----__--_--_____----__-___---__--_____-__--___---___---____-
-_-__-_--__-__---______--_----_-_-_-_-_____-_-__---_-_------__-__--_-__-_
--__-______----_--____--__-_--_-_-__-_--___-_--___-_----_-___-_--_--_-_--
__-__-__-_-____--_-_-----_____-___-_-___--_--_--_---__----__-_---___---_-
-____----_-_-_-_-_-_-__-_-____------_-___-___--_-___---_--__---_-__-__-_-
----__---_---____-__--_--_---_-----____----__-____--___--__--______-__-__
-__-----__---__-_--_-------__-__--___-_-_-_--___---_-___-____--______-_-_
----____-_-__--__--_-__--__-____--------_-_-____-__-____---___---_-__-_--
__-_--_--_--___-_-____-__---_-__-_-___-_-_--__--__--__-__-_---_-_----_-_-
_--__---_-__-__---____-_-____----_-__--_-_-_-____----_---_--_---_-_-_____
---_---_--___--_--___----__-____--_--_-_-----_________----_--___-__-_-___
-____-__---_--__---__-_---_-__--__-_-____---_----__-__-_-_-_---__-__--___
--_--______-__-___---_-_-------____--_---____---___-_---_-----___-___-___
---__-__-__-_-_--__-_---_--_-_-______--__-__---_----_-_---_-_-_____--_-__
-__---__--__---___-_--__--_-___----_-_---____-____-_--_-_-___-_--_-_-_-_-
___---__-__------__-_---___-__--_---___--____-_--_---__-_----___--_-_____
_--_-___--________--------____-_--______----___----__-__---_-__-_-_---_--
____-_----__-_-_-__---__--_____-_----_____-____---__----_--__-_---_---__-
__--__-___-_------____----__--_---_--_-___--_---__--_-_--_____--____--___
----__-__-_-_-_-__-_-_-________--_---__--__-_____-_-___---_--__------_---
-_-__-----__-_----_---__--__--___-_-_-___---__-_--______--__--_-_-_-_-___
-___-_--_---___--___-_--___----____--_____-__--_-__-----____------_-_-__-
-_---_---_-__---__-----__-----__--_-___-___--__--_-___-___-______-_-__--_
__--__-_-_---_--_--_--_--_----_--____-___-_--_-_-_--_-__-_-__-__---______
-_-_--_-__---__________-___--_-___--_---____----_---__-_-_--_-_-_-_-_----
_-_-__---__------_-__---_-_-______-___--___--___-___--___--_-----_---_-__ ___---_----__-___-__----_-___----_----___-_-----_-____-_--____--__-_-____
--_--_______--_----____-___---_---___-___------_---____-_-_-____-_---_-_-
_-_---___-_---_-_--__-___--_--__-----_-___--_-__-_---____--_-__---____-__
-__--__--_--__-___---_---_---_--___-__--____--__-_--_-_--__--___--_-_-___
--_-_-_-__-_-_---___-_----_---_--__----_--_-___-__-__-----__-__-_________
____---_____--_-_--_--_-__-_--_--__---__--____-_-__--__--___-_-_--_----_-
_-__-----_---_-_-_-_-_----__----____-_---__--_-_____--_--__--__-_____-___
_____--_--__----_--_-_-_______--_---____-__--__-_-_-_--_-__---_-_-----_-_
___-_----__-_-____-__----_-_-__-_--_-_-______-----_-__-____-__---_---_---
---___-_-----___---____-___-_-___-_-_-_--__-___---_-_-_-__-_-_-_-__-_----
__-___-_-____---___-_-_-------__---__----_--_--___-_---_-_-_-____-__-_-__
__-____-_--_------__-_--_-_-_---_--____----_-_-___---___-__--_--____--___
_____-__-_----___--_--------______-_-_-___----_-_--_-----_______-_---_-__
__-_-_____-__--__-_-_-_--__-_--___-_-_--_-__-__-_------_--__--__-_--__---
-_-__-_---__-__--__-_--__---__-____--__--_------__---__-____--__-__---___
__----___----_---__-___-_--_-_-_-___-__-_______-_-_-_-__--_-_--__---_----
_______-____-__-__-_-_---_-_----_--____---__-------______----_--__----__-
__-_--_-___---_--__--_-_-_-----_-_-_-___-_-__-__-_-_--____-____-_--_----_
-_____________-__-_-__--_-_-__--__----_-------___-__-__-___----__--------
_-__--_-___---_-__-_---__-_-----__--_--_---________-__---_-_----___--____
__-_-__--___-____----__--_-_--_---__-____-____-------__-_-_-__-_-_--__---
_-__-_-_-__--___-__-_--__-_------_-__--__---___--_---__--_-_--_-____-__-_
__-__--_-_--_--_-_----____-_-_--__---_--_-_-____--_-_-_-_-__---_-__--____
_---__-___-_-__---____--__-___-___---__-___-_-----___-_-_-___----_---_---
_-_-_--__-_-----_-_-___--__---____-__-__-_----____---__-____-----__--__-_
_-_____-_----_--__------_____-____-_-___-_____--___----_--__-_---__------ __-___--__-_--_____---_--_-____-_-___-_-----_---_-_-__-_--__---_--__--__-
-__-__-___--_-_--_--_-___-___-______--___-__-_----__-_-_---__---_----_---
-_-_-_-__-----__----__-_-___-_--______--_-__--_--___-_-_-_-_---___-___---
__-----______----_-___-_----__-__-_--_--__-_-__--__-__---_-_-____--_---__
__-__--_-__--_-_-___---_--_--___---_-___-_-__---_____-_-___--_----__-_---
__--__--___-----_-___--_----_---___-__-__---____-----____---_-__-____--__
_--____--__-__-_-_--___---_-_--__-_-_-_--_--__-_-__-___--_---_--___-__---
-__-_-____-_--_---------_-__-__--_-_---___-___-_-____-_---_-___--_-_--___
-__-__--__-____---__-___-----__--_-__-__--_--_--_-__-___---___-_----_--__
-__--_-_--___---_-_-_____-___-_-_-_-_---_-_-_-_---_--_---__-_-___-_---___
----___---_----_---_----_---_--___-___--__-_-______-___-_---_-_____--____
----_____-___--___--__-____----_-_--___--_--_-_-_--_-_--_--____--_-_--__-
--_-----______-__--_---__--_-_-_-_--________-__-___----_-__---_---_-__-_-
_---_-_--___--_---__---_---_____-______-____----_------____--_-_-_-_-_-__
-_-_----___-_---_------___--_-_--_-_-_-____-____-___--_--_--_--___--_____
--__---_-__-___----_-_--_-_--__--__--_-_-___-___-----__---_-__--____-____
____-_-----_-__---_----____-_--__-___-____--_-_----_------__-__-___-_-___
-_-_-___-___-__-_--_-_--__----________---_--___--__-_---___---_-_---_-_--
----__-__--__-_-___----_--_-_-_-_---_-_----_-_____-___-_-_---__-____-__-_
-___--_-_-__--__-_---___-___-__-_--__--_-_-_--_-_-_--_-_-__--__----_-___-
___-_--_-___-__-----__--_-_--____-_---__-___-_-__----_-__-_-_-__----_-_-_
-__--_---____---_-__----_---_--_-_-____----___-__-_----_-______-__--__-__
____---__--_-___--_-_-__--__-_-_-_----_--_--_--__-__-_--_--_-_-__-_--____
_---_-___---_-_-_--_-_----____---___--__----___----_-_-_____-__-_--___-__
--_---_-____--_-__---_---_-_--__-____--__----___--__-___--___-_-_--_-_-__
-_-------_-__--____---_____-_-_-__-__--___-_-_-_--_-_____--_-__---__-_--- _-__-__-_-__--_-_-_-__-_-_----__--_-__-__--_---__---__-_----_____--__-_-_
-_--_---_--_---_-___-__---_--___-__---___--_-__--__-___-_---___-__-_--___
_-_-_-___-_-_----____------_-___-__-__--_--_---__--_-_-__--___---_-_-____
___--------___-__-----_____-__-__--____-_-_-_--____-_--_____-------_-_-_-
_---_--__-_--_-__-----_________--_-_-_-__-__-_-_--___-_-_--_-_---__-_--_-
-__--------_-__-__-__--__-__-_----___-_--_____-_-____-___-_-----_-_-_--__
---_--__-_--__-___--__-____---__-_-_-_-___-_-___-___---__-_--__----__----
-_----_-_-_-_----__-____---_---_____-__-__-_----_____---____--___---_--__
_____---___-----___-_-_--_-__--__--__---_-_-_----___-__--__-_--_---___-__
---____-_-----__---__----___---_--_--_--___--______-__---_____-_--__--___
_-_-______--_----_-----__-____----__-_-__-_-----_____-_-______--_--__----
__--_-----__-_---__-_---_-__---_-__-__-_----__--_--___-___---________--__
-_----_--_-__--__-___--_-__---_----_--_-___--__-_-_-_---___-____--_-_____
__--_-_-----____-----____--___--___-_--_-_--_-_--__----_----_-______-____
-----_---__-_--_-_----___-___--____-_-______-_-__-_-_-__--_-____--_-_----
-_-_-_--_-____---____-----__-_-_-_-_____---_-_-___-___--_-_-___-_-_------
_-_--__-----__--__-_---__-_--__--_---__-_-_-_--____--_-___---_____-_--___
---_-___--__--_-_-------__--____-_-_-----_-___-__-________----_-__---____
_-___-__--____--_-___-_---___-____-_-_---_-_--__----_-__--_--_---__-_-_--
_____--_-_-_-_-------__-----__-_---___----_-_-__--_____--_-__-___--_-____
-_-_----_____-__-_---__-_-___-__-_--___-__----_-_--_-__-___-_----_---__-_
_--_____--__-_-__-----_____-_-_-_--___-_-__--___-_--_---__-----_-_---___-
--___-__--_-_--__---_--_--____--_____--_--___---_-_-_--_-_-_-_--___--_-__
__-__--_--_-_-_-__-___--_-_--__--_--_-_---_-____-_--___------_---_____-__
-_____--_-_-_----___----___---_-___-__-_--__-_-__--__-_-___--_-----_-_-__
_-_--__---______----_____--__---__-----_--__--_-__-_-_--_--_-_-____--_-__ -_-_--_---__-_-----____-____-__-_-__--_--_______----__----__-_---_--___-_
_---__-___------__-___--_-____-_-_--__--_-__-__----_-_-_____-_-----____--
-_--_-------_____---_-_-_--____----_-_--_--__------__-______-____-___-___
---__--_____--_---__---_---___-__--_______-_-_-_--__-__-__--__-_----__---
__-_--_-_--_-_--__----______---_--_____-_--_-_-_---_-_-__--__--__----____
___________-_-_-___-_-___-_-__--_-__----_--_--_---__------__-__--_-----_-
-----_-__-_---___--_-___-___-___--_-__-----_______--_--_-_----__--_____--
-___-__----__-_-_-__-_-----___-----__--__-_-____---___-----_-_____---____
--_--_--_-__-_-_-----__-_-__-__---_-__-_---___-_-_____-___-_---__---_-___
-_______-__---___---_----__-_-____-___-__-------_---_-_-__-_-----____--__
-_-----__---_-__-_-_-___---_--_--__-_____---__-____---_---__-_--____-__-_
-_-----_-_--_-_-___--_---____--___-_---_-_-_-_-_---__-_-___-____--__--___
---_-_--__-_-__----_-___--_-__-_---_-_-_--_-_______--____-_--___----___--
_--_-____-__-___-_-_---_----_-___-_-_______--_---_---__-----_____--__----
-__-______-_-___-_-_-__-----_-_-_-_----__--_-----_-__-_---_-___--__-____-
___-_-_--__-__-_-___-__-_------_--_-_-_---_-__-_-__-__-_-__---_--_-_-_-__
--____-_--___-___--__-__---_---_--_-_---__-__---_-_-___--_______-_-_-----
_---____--__-_--____-___-_---__-_-__---------_--_-__--___-_-_-__---__-___
--__---___-____-_---__-___--_-__-_-____--__-----_-----_____-____---_--_--
-_--___-_-_--_____-____------_---_--_-__-_-----_-_--__-__-___-_--__-_-___
_____-_------_-__-_-_---____-_----_--_--__-_-__---_-_--__-__-__-____--_-_
--_--_---_---__--___--__---__----___-_-_____--_-_____-_-_-__--_-_---__-__
--------___---__-_____-_-_-_---_--_---__-__-___-_--______-__--_--__-_--__
_--_-------__--__--_________-----_-__-----___--_--______--_-___---_-__-__
____---___---_-_--__--_--____---__--_-__-__--_---_-__--__-__-___----__--_
------__-____---___-___-_-_--________--____----_--__---_-__-_--___--_---- -_-_______---____-_-_-___-_____--_---_----_-_--___-____------_---__--_---
_--__------____----____---__-----__--_-____---__-_--__--____-__-__-_-__-_
-_--__-__---___--__--_-__-_-__--__--_-__-__----__-_--_-__-____----_-_-_-_
__---_-___-_-__---_____--__----__-____-__-__-_-_---_---_----_-_-_--____--
_-------_-_-__-___-_---_____--__-___-_-____-___-_-__-_----__--___----_---
-__-_-___-__---___--_-_-_-___-_--_-----__--___-_-__---_-_-_--_-_-_-___-_-
______-__--__-_--_-__--_--_-___-_--_---__-____-_--__----___----__---_-_--
______-_-_---__---_-____-___----_----_-_-_-__-_--__--___-_---_-_--_-_-__-
_-_--_--__---_---__--____--__-_-_--__-______-_-_-_--------_--____-___--__
___--___----____---_--_--__-_-_-_--_--___----____--___--_---__--__--__-__
-_-__--_-_____-_____-___--_-----_-----_-_--__--__--_-___--_-_-___----_-__
_-___--_-_---__-_---_--__---_-_-__---_-_-___--__-__-_--__-_--__--__-_-___
-_-_----____-_--____--_-_-----_____-_------_____--__--___---_--____---___
_--_---____-_-__-_____-__-_--__-_-_-----_-__----_--_-__-----__-_-___-__-_
----_-_-___-_-__----______-_--_-_-_-_-_-__---_-_--_-_--_-___----___--____
_--_-_-___----___-__-_-____---_--_--_-_-__-__-_--___-___----__--_-__---_-
___---_--_------___---____---_--_-_--_-_---____--__-__-______---_-___--__
__-_--_--_-_-______--____--_-__--_____---___--__---_--_____----_------_--
_----__-_______-__-___----_--_-_-_--_--_-_---_-___-_-_-_-------_______--_
-_---_--_--_____-_--_--___---_-___--_-_--_-_--_-_-----____-_-__--_-______
__-___-_-___-_--_---__----__--___-___-__---__-__-_-__-_-----___-_-_-_----
__-__----___-__--_--_-_-__---____-__--____--_--_____-_---_-__---_-_---_--
_-___-_--_____-_--___-___-------_---__--_----____-__-_-_--__-____-_--_---
-__-___-______-__---___-_--------_-_-_--___-__--__-__-_-----___--____----
-_-___-____---_----_--__-____-_--__----_--___--____---_-_--_--____-_---__
_-_---_______-_-___-___-_--__----__-__--__-_-_______----------____------- --___-__-------___--_-----__-_---_-_-__-__--__-_-_-__-__---__-_______-_-_
____-______-------__-___-_--__--__-__-__--__--_--_-_----__-_-_-__----__--
-_____--_-__-__---__----_-__-__-_-__-__-_-__-_---__---___-_-_----___--_--
__-__-_-___-_-___---_---_-___---_---______-_-_--__---_-_--____-_------__-
___-___-_-_----_-__-_--__--___--_----_-__--__-___-----__-___-_--___-_-_--
--_---_-____--__-_-___----_-_-_-___-_-____-------_---__-___-_-_-__--___-_
---__--__--_-_____---_--__-__---___-__--_______---_-_--__-___-__-_-------
_--_____-____----_--__-__------____----_---_-_-_-_--____--_-__-___----___
-____-_-___-_-_---_--_---_-_-_--_-_---____--___-__--_-_-_--_--___----____
-----_-_-_-_-_----__-_--_-__-____-_-_____-_-_--___--_-_-_---_--__-__-_-__
_-------_____-_----_---_--_-__--_____--___--_-_----_-__-___-______--_-__-
--_-_-__--_--__-_-__----__-_--___---__-__-__----_-_---_--_-___-_-_-______
__--__----__--____-___---___--_-----_--___--_----_-_____--__-_-_--_-___-_
--__--___--_-_--_-__-__-____-_-_-__-__-_---____-_-------_--_--_-_-_--____
---_-_---_-____---_-____-__---_-_-___---_-_-___-_--__--___-___-___----_--
--_--_--__-_____---____----___-_____---__-__---_____-----_-_---_____-----
_--___---_-__-_----____-_-_-__---______---__--_____-_-_-_-_-__--------__-
-___-_----__--_--_--_----__-__-__-_-_--_-___-__-___-___--_-_-_-_---___--_
--__-_---_--____-___-_--_-----_-_--_-----_-__---___-_-__-__---______-____
__--__-_-----___--_-__----___---__-_-_---_----__-___-___-______---_--_-__
_--___--_-----______--_--___--_--__---_-_-_--__-_--_--___--__--_--___-___
-___--__---_---_------_-__-_--__-____---___-__-_-___----__--_-____--__-__
-_-_--_-__---__---___--_----______--__-__--_-_--__--__--_-_--___----_____
__-__-__--__-_-_-_-_-_--____-_--__----_-_-__--_-_---____-__-__--_----__--
-______-___---_-___-__----_--_--_--__-_-_--_-_-__-__--_-___-_-_---_---__-
-__-----_-__-__--_-_--_-_-___--_----___--_-_-____--____-___---__---_-_-__ --_-_----_-__-_-__--_-___--_-_______----____--_--______-------_-_-____---
---__-____-___-__--_--__-_--_-_--_----_-_-___---__-____-__-__-__--_-_----
__-_____-____-_-_-__---_-_---_---_---_-_-_--________--_-__-_--_--_----_--
--_-_-__-_-__-____------_--___-_-_---__-___--_-_-----__-_-_-__-__-___--__
__---__-_--_--_-___--_---_---____-____----______---_-_-------_______-_--_
_--_--__-___-__----__-__------_--_----__-_--_-_____-__-____--____----__-_
__--_--__--_-__-_---__-____---__--_-__-_-_-___--____-_--____--_---_---_--
--____--___-_-_-___-__-___----____-_-___-----__---_--_-_---_---_-___--_-_
__--____-__----________---_-__---_---_-------___-_---__--_-__-__--__-_-__
____--_-_----_-_-___--_---___-----_---_-_--_---_-_-__---_____-_____-_-___
_-__-____----___---_-__-___-_--__--__-_-_-_-_-----_----_--___-__-__---___
-_-_-_---__-_-__--__---____-_-__-______----_----__-_-_--_-___-_-_--_-_--_
_-____--_--__--_-___-____------_--___--__-__-__--___-___-----_--_-_--__--
-_-__-_-__--__-_---__-_--___--_-_--__-____-_--___--_--_--___-----___-__--
-_____-_----___-__-__-_-_-__-_--_-----_-------_-__-_-_____---____----____
__-_-__--_----_--_---_-__-----____-_--____-_-___-__-_-_--_______-__------
----_____-_-__-___--_-__-------____---____-__-__--__-_---_-_-___-__-----_
-__--______-_--___-_----____--___-_---__-___------__----__---_--____-_-_-
-----___--_--___-_--_-_---_-_---_--_------_____-__-_--_--____-____-______
--------_----_-_--__-___--_--_-____--_---____-_---_-__-___-____-_-____-__
_-__--_-_-_--_--_---_-_-__---_-__-__----__-_-__---_-_-_--_--___-______-__
_-_-___---_--_--__----_-___-__-___-_--___-___--_-_--_-_-___-_----_-___---
---_---_-_-___-______--__---__---_-----_____-_--__----__--_-__--__-___-__
___---_-_-___-___----__-_-__-_---_-____----_-_-_---_-________-_--_--_----
__---__-_-__------___-__-___--_-__-__--___-__-_--_--_--_-_-_-____---_--_-
__-__--_--__--_--_-_-__-__-----__-___-_----____-_-_---__---__----___-____ _____-___-_-_-__--_--__-___--_--_-_---_---_____-_-___-_---_-_----_-__----
__--__--__----__-___-__-__--_-_-____--_____--_-_--__----__---_--_-__-_---
____-_--_-----_--_---___-__-__----__-_-_-________--_--_____---_----__--_-
___-_-_-__-_--_-___--__---_-_-_--_-_-___-_--____---__--_--_--_-___--__---
-_-----_-_--__--__--___-__--__----___-__-__-_-__-__----_----__-__--______
--__-_--__--__---_--_-_--__---_----__-____-___---_______-----_-___--___-_
---__-___----_--__-_-__--____-_____--____--____--___--___--_--_-------_--
_-_-_-_-_---_--_-___-__---__--____--_----___----_-_-____-_--__--___-__--_
---_-_--________-_-__-_____-___--_-__-_----___-__-----_---_-_----__-__---
___--_--__--___-----_-____-___--__----_-_-_--_----_-_--_---_________---__
_--_____----_-_----_---_-__----_-___-__-_-______--__--_---__----_-___-___
--_____-__--_-_---__--_--_-_-_-__--__-_--_____-__-------_---_-_-___-__-__
___--_-__--___-_-_-_---_-___-___-_-_--__-_____-_------_---__-_-___---_---
--_---___--__-_-_---__-________----_--_-__-----_____---_----_---_____-___
-_-_--_____-_-----_-_----__-__-_-__-___-__-_-_--__-____---_--___--__--_--
_--_---__--___--__-__---__--__--_-_-___-____-_____-_--_--___-------__-_--
--_-____-_-_----___-_-__-___-_---___-____-_----___-_--_--____--_----_--_-
-_---_---__--___--_____-_--____----_--_--___-_---___--__---___-__-_-__-_-
--__--_--___-_---______-_-_-_-__--__--_-_----_-__---__---_-__--___-__-__-
_-_--_-__---------_-___-__-----___-____-----__-_--_--________--___-____--
_-_-_-__________--____--_-__--_-__--____-__-_-__-----_--_-_-----_------_-
-__--__------__----_-_-_--__--__-___--_----____-__-_---___--__-__--______
---__-__-__-___-__-_--_-_-_--_-_-___--____-_-_---_-_-_---_-__--___-__----
_-__---_-_--_-_-___________-__-----_--___--___-_---__-__--_---_---_---__-
---___--_-_--_-__-___----_--_---____-_--_____--_-_____----_-___------____
--__--_--_____-_______--__-_-_-_----_--_----_______----__-__----_--__--_- --____--___---__--_--_---_-_--___-__---____-_--_----_---__--____-_-___-__
_--_---__-__--_--_--__--_-_--_--_-_-_____-_---_--___--_-__--_-__-_-_-____
_---_---__-_-_--__-_--_-___-__--_-_-____---__-_-----__--__--_---______-__
-----_---_--_-____-__---___--__-_--_---__-_-_--_--_-___-______---_--_____
-____---__-_-_-__--_____-__-_-_------_----_-_--_--_-_---_-___-__-____-_-_
_-_-----___---__-____-_-_-_--_-__--_--_-----_-___-__----____-___-___---__
_____-----_--_--_--__--__--_-__---____---_-_-_-__-__-----__---____-__-___
---____-_--____-_-_--_-_-_--_--_-_-__-_-_-__------___-______-_-------____
_-__-___--__-____-__-_-___---_-_---__--_-__-__--_--__----_-_-_-_------___
--_--____----__-_-_____-___-_-_-__--_-___----_-_-_-_---__--_----_____---_
__--_---__-_-__-__--_-_-_---_--_____--___--__-_----_--__-___-----_____-_-
_----___-_-__--__----------_--_-__---_-_-__-_______-_-_-_---__-____-__-__
--____-___--___-__----_-----__-___---_-___-_-__--_--__-_--_-__-__-_-_--_-
------__--_--___-_--__------__--_____-______-------__--__-__-_-______--__
-_---__----_---___------_--__--____---_---_-___--__-__--___-__-______-___
-_---____--____-____-_-_-_-________-__----_-----___--------_-__--___-_---
_____-__---_--__-___--_-______-__--_______-_-_---------_------_----__-__-
__--__---___-___-__---_--_-----_-__--_--____-_--___--_-__--___--_--___--_
___-___----___---__-----__-__-_-_---_-_-_--__---__-__-_-_---____-___--__-
--_--_-___-_-__--_---_---_-__--__-_--_-_-_-_-__--___-_--___---__-_-____-_
_-___---_-__-__-_-_-_-_--_----___-_-___-_--_-_-_--____--__---_--_-_---___
_---__--_-____-_--__---_---_____---_-__-__---_----_----__--_-__-_-_______
__-__-_---_--_---_------__-_-___-__-___-___--______----__----_---_-____-_
--_-__--__-__-___--_-_--_-_--_-_____--------_--______-----_______---_-__-
__-__-_-_----____------_-_-_-___-_____-__--__-_-_-_-----_-___-___------__
-_---_----_-__-_--__---__---____--__----__-_---_-__---________---__-_____ --__-___-__-_--__------___-_----_--___-__-_-____--__--_--_-_---__--___-__
----_-_-____-_-______-___--_-_-__-_---_--_-_-__---_-_____-----___-__-----
--__-__--__----________-_-_--__-__---_--__-__-_-___----_---___--___-----_
__-----__--__---_-_-__--_-_-__--_---___-_-__-____-_-----_--_-_--__-______
____-_---_-__-___-_-___-___-__--____-------_-__-__----__-_-___------_-_--
__-___--_-___-__--___-----_--_-----_-___-_---__-_-__-_-_-___--_--__-_-__-
-___--_---__-_-_--_-__-_-__---__--_-_--_-___--_--_-_-___---____-_-_-__--_
_-_--____-____-----__-___-_---__----_--_____-___-_-__--_-_---_-__----__--
-____----_--_---_--__-_-___---_---_----______-___--__-_-_---_--_-_____-__
-_-_--_-__--_-__-____--__-------__-_-____-__-_---_-___-____-__----_---__-
-_-_-_-_--______--__-___----_---___-_-___--_---__----_-_-_--_-__--___-_-_
___--_-___----__--____---_--__-_-__-_--_--__-__-___----____---_---____---
-_-_----____--_-__-__-___-_-__--___-__--__----_-_--___--_-___--_--_-__---
_----____-__--_--___-__---___--__-----___----_-_____--_--__--_-_--___--__
__--_--_-_--__-_-__---___-___---------_-__-_-__-__-___---___-__----__-___
_-_---_--_-_---_-_-_-----_--___--_-___--_-_____---__--__-_-_-_---________
______---__--_----__-_-___---__-___-_-___---_-_---__--___-----__---____--
--_--________---_----__-______---_--__-_--___--__----_--___-_--___-_--_--
__--_--____-_--_-_---_____---_-___-____--_-__-------___--__-__-_-_---_-_-
-__-_-_---_-_-_---_---_--____--__-----_-___---__---_-___--_-_-______-____
--__----__-_--____-_-__--______------___-__--_--____-_----__-_--_-___--_-
__-_--__--_-__-_---_--___-__-_--__---__--_-____--------____----________--
-_-_--__----___-___-___-_------___---___-----_----_-----________-______-_
--__----______----________----_-_--_-_____-_--_-----_--_--___---__-_--___
_---______-_-_-_-_--__--____--__--_-_-__-_---_---_-_-_-_--_----_______---
_-__--_--_-_-----_-__--_-__--------___-_---___-__--____-_-_-___--_-______ -__-_-___--____--____--__-__-------_--___--_-_-_-__-_--___----_-_-___-_--
__-_____-__-_--_-__---___--___----___--_-----_--_--_____--_-_--__-_--_-_-
______--_---__---_-__--__---_--_--_----_--___---_-___---_--_-___-_-______
-__---___-_--____-__---_------__-_-_----_---__--__--_____--___-______-_--
-_--_____-__---_-__----_-_--_--_---___-_-_--_--_--__-_--__--___-_--______
_-__-__--_-___----____-_-__----_-_____--_-_--__-_-_-----___---___--_-__--
-__---__--_--_-___-_--_-__--___-----_--____---_---__-_-_-_-__-_-_____--__
-_-__--_--____--__-_--__-_-______-_-_-_--_----______---_-__-_--_-__------
_--_-_--_--_---_-_-__-_-_--_____---_--_--_---__-___-_--___-__-_--__-_-___
--_-_----__-____-___-_---_----___--_-_-__-__-__---_-_--__-_-__--_-__-__-_
---___-_-___-_-_--_----__-_---__-__-___-_-__-__-___--_-_--__-___----_--_-
-___---___-----__-_---_--___---__-_____-__-----__---_--_-___---__-___-___
_-___--__-___-_---_-__--_---_-_---_--___-_-_-______---___--__--__-_--_---
---_-__-___-_-_----_-______---_----__-_-_---_-_--__-_--_-__--_____-____--
________-----_----_-_____-_-_-__---_--_--_-_-___--__-_-__--_-_-_----__--_
_--___--__-_-__-___-__-_-____--__--_----_---______-__---_--___--_---_----
--___------_-_--_----_-__-___-__----_--__-_--_____-_-_-__-_-___---__-____
_-_-----____--_---_--__-_-___----_-__-_--__---_--_-_-___-__-_-_-_-____-__
__-----_-_-__---_--_-_-__-_____----___-__---_-_-_-___--_-_--____-___-_---
____-_-_---______--___-__-_-_-_-__--_----__--____-___-_---_-__---_-------
-_--__--_--__--_--_--____-_-_-__-_-_______----____-_---___-_--___-----_--
--___---__-_-_----_-_-___-----__--__-_--_-____-___-_____--_--___--_-__---
_-___-----___--_-___--__-_--__--___-__--______-__---_-_-_-__--___--------
_-_-_-_-__-_-_-______-__-___-__-_-_-----__-_------_-__----_---_-___-__-_-
_--___-__--__---____-__------___---_-____-__--__-----__-_-_-_-__--__-__--
_--___-_-_---_----___--__--_-_--_-_-_--____-____-__-_-__-____---_-_---_-- -~~~~-~--~--~---~-~~~----~--~-~~-----~~-~--~~~-~~~-~-~~~~~--~--~-~~~~-~--
------~~---~~-~~~~~~~---~---~~-~~~-~-~---~---~-~-~~~-~~----~-~~-~~~~~~--~
~~---~-~~--~~~--~-~-~~~~-~~-~---~--~~--~~~~---~-~------~~~--~~-~~-~-~~--~
-~-----~--~~-~~-~-~-----~--~~~--~--~-~~~~~~~----~~~~~-~~~~-~-~~----~~~--~
~~~-------~---~-~~--~---~~~--~~~~~~--~-~-~--~-~~----~~~--~-~~~~---~~-~~~~
~~~-~~~~~-~-~~~---~--~~-~--~~-~--~-~~~-----~----~~~-~--~--~----~--~~~-~~~
~-~~~-~~--~~~-~-~--~-~-----~~--~-~-~~-~~--~~~-~--~~--~-~--~-~-~--~~~~--~-
--~---~~-~-~~-~-~-~~-~~--~---~~~~--------~~-~-~-~-~~--~-~~~~~~-~~---~-~~~
~-~-~~--~~~-~~~---~-----~~~~--~~--~-~-~--~-~--~~--~~~~--~-~~---~~~-~--~~-
-~-~~--~-------~--~-~-~~~~~~-~~~---~~~-~~---~~~--~~--~~---~~~----~~-~~-~~
~~~--~~~~--~~--~---~~~~~~--~--~---~~~~--~~--~~--~-------~---~-~~--~~~~-~~
~~-~-~~~~-~-~~~~----~~-~~~--~~----~---~~~---~-~~~--~~~~--~~~-~~-----~----
~~~---~~-~-~-~---~~----~~~--~--~~-~--~--~~~--~--~~--~--~~--~~-~~~-~-~~~-~
--~~-~--~~~~~-~-~~--~-~---------~~~---~--~~---~~----~-~--~~~~~~-~~-~~~~~~
~~--~~-~--~-----~-~-~~--~~-~--~~~~~--~~-----~-------~~~~~~~~-~-~~~---~~~~
-~-~-----~-~--~----~--~~-~-~~-~~--~---~~~~~-~-~-~~-~--~-~~--~-~~--~~~~~~~
--~~~--~~--~---~~~-~-~~-~~~--~~-----~~---~~--~~~~~~~--~--~~~-~---~~~----~
----~-~--~~-~---~~~~~--~-~~-~~~-~-~--~~--~-~~-~~~-~~-~~~-~-----~--~-~~--~
----~-~--~~-~~~----~---~~-~~~~~-~-~-~~----~-~~~~~~~-~~~~~-~-------~~--~-~
~---~--~--~~-~--~~---~~----~--~~~--------~-~~~~-~~--~-~-~~~~~~~~~-~-~~-~~
~---~~~-~~--~~-~~~~-~-----~~-~----~~-~-~-~~----~--~~-~-~~~~~---~~-~--~~~-
----~~-~~----~-~---~-~~--~~--~-~~-~-~---~~~~~--~-~--~-~-~~~-~~-~~~-~-~-~~
~-~~--~~-~-~~~-~~-~--~~~~-----~~~~~~----~~--~--~-----~~~-~----~---~~~~-~~
~~--~~--~~--~--~-~-~-~---~-~-~~~----~~~-~-~~~~---~~-~-~~~~---~~--~~~~----
--~-~--~~-~-~~~~----~----~~~-----~-~-~~~~-~~---~~----~~~~-~-~~~--~~-~-~~~
-~~----~--~~--~-~~--~--~~~-~~~--~~---~-~-~-~-~~-~-~~~~---~~~~~~-~-~--~--- ~~~---~~-~---~~~~~-~~-~~-~-----~~~-~~---~--~~~--~~-~---~-~~-~-~----~~~---
~-~-~~--~~~~-~~-~--~~~~-~--~~-~---~~------~--~----~~~--~~~~~--~~-~~-~----
~-~~~-~--~-~-~~---~~----~~~--~---~~-~-~~~--~~--~-~--~~---~-~-~~-~--~~--~~
-~~-~~-~-~~-----~---~-~-~~----~----~~~~--~---~-~--~~-~~-~---~~~~~~--~~~~~
~---~---~~~~~-~~~~~-~-~-----~---~~-~~~~-~~~--~----~~---~~-~~-----~-~~--~~
--~~~--~~~~~~~--~~~~-~~~-~--~~-----~------~~~~~~~---~~~----~~-~---~----~-
~-~-~-~-~~~~-~-~-~~~-~-~~-~--~--~~~---------~-~--~-~-~-~~~~-~-~-~-~~--~--
-~---~~~--~~----~~----~-~--~-~~-~-~~---~--~~---~-~~-~~~--~-~-~~--~-~~~~~~
~~~~~--~-----~~~~~-~--~-~~~-~~--~~--~-~~~-~~----~--~~-~-~-~~-~---~~------
~~~---~~~-~~~~-~~~-~-~~-~~~~-~~-~~-~--~----~-~--~--~~--~-~~-----~----~---
--~~-~--~~~~-~-~-~--~-----~-~--~~--~~---~~~~~-~~~---~---~-~~-~-~-~~~-~~--
~~~-----~~~-~-~---~--~--~-~~~~~--~-~~--~-~-~--~~--~~--~~~~---~--~-~~-~--~
~--~~----~~--~~~~-~~--~-~~~-~-~~~-~~~---------~~~~~~~---~-~--~~-~--~--~--
~--~--~--~~~~~--~~-~-~~--~~--~~~---~-~---~~~-~~~-~~---~~--~~-~--~---~-~--
~--~~~~~-~~--~~--~~~-~~~---~-~~~----~~-~~~~---~---~--~~---~-~~-~-~~------
-~--~-~--~--~--~-~--~---~~~~--~~-~-~--~-~~~---~-~-~---~~~-~~~~--~---~~~~~
-~~~--~---------~---~-~-~--~~~~~-~~-~~~~~-~-~----~~-~~--~~~~~~-~--~~--~--
--~~--~~~--~-~~~~~~-~-~~--~-~~-----~--~-~--~--~~-~~--~~--~~-~~-~~~----~--
~--~-~~-~~~~~--~~-~-~~~--~-~--~~-----~-~~~-~~-~-~-------~~~-~~----~~~-~--
-~~--~~~~--~-~~--~-~----~~-~--~--~----~~~-~~~-~~~---~~~-~-~--~~~-~-~--~--
--~-~~~-~-~~---~-~--~~~--~~------~-~--~~~~-~~-~~~~~-~-~-----~~-~~~~--~---
~---~-~---~~~-~~~-~-~-~---~~--~-~~~--~~-~--~-~~-~~-~---~--~~~~-~--~~-~---
--~-~~-~~-~-~~-~~----~---~~-~-~~---~--~---~~~~-~--~~-~~-~~-~--~-~~~---~-~
-~---~-~-~-~-~-~-~~---~-~~~~~~~-~~--~--~-~~~-~~~~---~-~~~~--~----~-----~-
--~---~-~--~-~~-~-------~~~~-~~~-~~~---~-----~~~-~-~-~-~~-~--~-~~~--~~~~~
~~-~~-~--~~---~-~~-~--~~--~---~------~-~~~-~-~---~~-~~-~~~-~~~~~~~-~----- ---~~~~--~~--~~-~~~-------~~~~~~~-~~--~-~-~~~~--~~~---~~-~--~~-~~---~----
-~~~~~--~----~-~----~~--~~~~-~-~--~~-~--~-~-~~--~~--~~-~~-~~~~--~~~~-----
-~~~--~-~~--~~--~~~--~---~-~~--~~~~-~~~-~-~~---~~---~~-~-~~~-~-~-~---~---
~--~-~---~~~-~~~~~~-~-~~--~-~-~--~~-~-~~~--~~~~-~--~~~~---~----~----~---~
----~~---~-~~--~~-~~~~-~-~~----~~~--~---~~-~~-~~-~~~~~~~-~---~-~~~---~---
-~--~-~~~~-~~~~~~-~~-~-~---~-~---~-~-~~--~~~~--~~~---~-~~----~~~~---~----
~~-~~-~---~~----~-~~-~~~~~--~--~~----~-~~----~--~-~-~-~~~~-~~~~--~-~-~~--
~-~~~~-~------~~~~~~~--~-~-~~~-~~~--~-~~~-~-~~~--~-~~-~---~---~-----~--~-
--~~~~~~-~-----~---~~~~--~~~-~~--~----~-~~--~--~-~---~~~~-~-~--~-~~~-~-~~
-~~-~~~~-~~~---~------~----~~~~~-~-~--~~--~-~-~-~--~---~~-~-~~~~~-~~~-~--
~~~------~--~---~-~-~--~-~~---~--~-~--~~-~~-~~--~--~-~~~~~~~-~~~-~~--~-~~
-~-~~~-~~-~--~--~--~~--~~~~--~---~-~-~~-~--~--~~~~~~--~~~---~~~--~~~-----
-~-~~-~~~~~-~~-~-~~----~~~-~~-~~--~~~--~--~-~----~~---~~--~-~~~~~-----~--
~~--~--~~~~--~~~~-~--~~-~----~~--~~-~-~~~--~-~~--~~~-~~~----~-~~~---~----
~-~~~--~---~-----~~~~~-~-~--~~-~~~~~---~~-~-~~-~~~~~--~~~--~---~-~-~-----
-~---~~-~--~--~--~--~-~----~~-~-~~-~-~~~~~---~~~-~~----~-~~~~~~--~-~-~~-~
~~~~---~--~----~--~~~~~~--~~~-~--~-~~--~~~--~~-~-~--~--~-~~~---~~--~~--~-
----~~~~~--~-~~~~~--~~~-~--~--~~-~-~-~~-~~-~~---~-~~-~-----~~---~--~-~~-~
~~~--~----~~-----~----~~-~~~-~~~-~~~-~-~-~~--~---~--~~~-~-~-~---~--~~~~~~
~~-~---~~---~~~~-~~-~~--~~--~----~~--~~-~~~--~~~~---~--~~-----~-~~~~---~~
~-~-~-~-~--~~~~~-~--~---~~-~-~-~~---~~-~-~-~-~~--~--~~~----~-~~---~-~~-~~
~~~~------~-~~~-~~--~~~~~~~~~~-~----~~~~~~---~~---~~-~--~---~~-~----~----
---~-~-~-~~~~-~---~~~-~-~-----~~~----~~~~-~----~~~~~---~~-~~~-~~---~~-~-~
----~~~~--~--~---~-~--~~-~~~~~-~~-~~----~~--~~--~---~-~-~~-~~---~~~-~~-~~
---~~~~----~~-~-~~--~---~-~-~---~~~~-~~---~~-~~-~~-~-~~~---~~~~~-----~-~~
~~~~-~--~~~----~~-~--~-~~~-~-----~~~-~-~-~-~~~-~-~-----~--~~-~---~~~--~~~ -~----~~-~-------~~~-~-~~-~---~-~~--~--~-~~~-~~~~-~~~~~-~----~-~~~~-~~--~
~~~--~--~-~~--~~-----~~-~-~~~~~---~-~~---~-~---~~--~-~--~-~-~~--~~~~--~~~
--~~--~-~-~~-~~~~~~~-~-~-------~-~---~~~-~-~~---~-~-~---~-~~--~~~~--~~-~~
-~~-~-~--~--~-~~-~~-~-~-~~--~-~~-~--~~~~~--~-~~~~-~~~~--~-~-------~--~-~-
-~~-~--~--~~----~-~~-~-~~~~--~-~~-~~-~~-~--~-~-~-~~-~~~-~~-~---~----~~-~-
--~~-----~-~~-------~-~~----~~~---~---~-~~~~-~~~---~-~~--~~~~-~~~~~-~~~~~
~--~~~----~~-~~~~~-~~---~~-~~~--~~---~--~-~~~-~~-~-~~---~-~--~-~~-~---~--
-------~~~~-~~~---~~---~~~-~--~~~-~~--~~-~-~~~-~~~~~~-~~~~-~~----~-------
~--~~~-~-~------~~-~~--~--~-~---~~-~-~~~-~-~~~-~~-~-~---~~~~~-~~~-----~-~
~~~-~~----~--~--~-~---~--~-~~-~~~~--~-~~---~---~-~---~---~~~-~-~~~-~~~~~~
--~--~~~---~~~-~--~-~-~~---~~---~~---~~-~--~~-~--------~~~~~-~~-~~~~-~~~~
~-~---~~~-~-~~--~--~--~~--~~-----~~-~-~~~-~~~~~--~~~~~-~~~----~~---~---~-
~----~~~-~-~~------~~~~~~~---~~~~-~~~-~~--~~--~~-~---~--~~--~--~~--~~---~
~~-~~------~~-~--~--~~~---~~----~~-~~~--~-~~-~~-~~-----~~-~-~~-~--~~~~~-~
-~~~~-~~-~----~-~~~-~-~~~-~~-~-~-~~--~-~~~-~--------~~--~-~~~-~----~~--~~
-~-~---~~---~~~~~~~~----~~-~-~~~~--~~--~-~-~~~~~---~--~-~~~---~-~----~-~-
-~~-~~-~~~~-~---~~-------~-~~~-~-~~----~-~-~-~~~~-~----~~~--~~-~~---~~~-~
-~~-~---~-~-~-~~----~~-~--~~~~~~-~~----~~---~-~~----~-~~-~----~~~~-~~~-~~
--~~--~~--~-~~--~~-~~~~-~~~~-~--~~-----~-~-----~~~~-~-~~--~~~-~--~--~~~--
-~---~-~~~~~--~~~~--~~~-----~-~------~-~--~-~-~-~~---~~~--~-~~~-~-~~~~~-~
-~-~---~~---~--~~-~-~~~-~--~~-~~--~~-~-----~-~~-~~--~~--~~-~-~~-~---~~~~~
~--~~--~~~--~~--~~~~-~~~~~--~-~-~--~-~~---~~-~--~--~--~--~~---~-~-~~---~~
--~~~-~-~--~--------~--~-~~~---~-~-~~--~~-~---~~--~~~~~~-~-~--~-~~-~~~~~~
--~~---~---~~~-~---~~--~--~~~--~~--~-~-~-~~-~~~-~~~~~-~~-~~~--~-~-~--~---
~----~-~~~~~~~---~-~-~~~--~--~~~-~~~~~-~--~-~~---~~---~--~~--~~~---~-~---
~~--~~---~~--~~~-~~~-~~~~-----~~~~-----~~~--~~-~--~~~-~~-~---~---~~-~-~-- --~~--~-~~-~~--~-~~~-~~~~~-~-~~~--~~-~---~-~~-------~~~-~--~~-~~~~~------
~-~-~~~-~~-~-----~~-~~~~~~~-~~~~---~-~-~-~~-~--~~-~---~--~---~-~~~--~----
~-~-~---~~-------~--~~~-~-~-~-~~-~-~~~~~~-~-~~-~-~~-~----~~-~-~--~-~~--~~
--~-~--~-~~~--~~~~--~-~--~~-~-~-~-~--~~-~~~--~-~-~~-~-~-~~---~~~~~--~----
-~-~-~-~~~~-~~~---~---~-~~-~-~~~--~~-~--~~-~-~~-~--~~---~-~~~--~-~~--~---
~-----~----~-~-~-~~~~~~---~~-~~~--~-~~~-~~~~---~~---~~-~---~~~~--~----~~~
~---~~-~--~~-~--~~--~~~--~~-~----~~~~-~-~~~~~-~-~------~~~---~-~~-~~~~---
~-~~~~--~~-~--~~-~-~-~~-~--~-~~~-~-~~~--~-~~-~-~-~--~--~~---~-~-~----~-~-
---~--~~---~~-~~~-~--~~~~~-~~~~-~---~-~~-~~~~~~~-~~-~--~~--~--~--~-------
~~~~-~~-----~~-~--~-----~~~--~~--~~~---~--~~--~----~-~---~~~~~~-~--~~~~~~
~---~~~~---~~-~~-~~~-~---~~~---~---~-~-~-~--~~~-~-~-~--~----~~-~---~~~~~~
~-~---~-~~~-~--~-~--~--~-~-~------~---~~~~-~~--~~~-~~-~-~-~~-~-~--~~~~-~~
~~-~~~---~~~--~~-----~~~~-~--~-~~~~~-----~~~-~~~----~-~~-~----~~-~~~---~-
-~~~-~---~~~----~~-~~~-~----~-~~-~---~-~~-~~~~~~----~-~~--~-~~--~~~---~-~
--~~--~-~~-~~~--~~~-~--~~~~-~-~~~-~----~--~-~~~~--~~~---~~--~-~---~-~--~-
---~--~~-----~~~--~--~~-~~~~~~~~~~------~-~~~-----~-~--~-~--~~~~---~~~~~~
~-----~--~--~~~--~~~--~~-~~-------~~~~~--~--~~~~---~~~-~~~~~~--~~-~~--~--
~~--~~-~~~-~~~~-~-~-~---~-~--~~~~--~-~~~---~-~~~-~~--~-~-~--~~~-------~--
---~~~~-~--~~-~--~-----~-~-~--~--~-~-~~-~-~---~-~~~-~-~-~-~--~~~~-~~~~-~~
~~-~~-~~~~---~-~~~-~~~~-~~-~---~---~~-~~--~---~~--~--~-~~-~~---~-~---~-~-
~-~~-~~~--~~~~~-~-------~~~----~-~---~--~~--~~~--~~~-~~-~~~~---~~-~---~~-
~-~--~~--~--~-~~-~~~~~~---~--~~~~-~~~--~-~-~~--~-~~~~------~--~~~-~~-----
-~--~-~-~--~~~-~~--~-~~~~-~-~--~----~~---~~-~----~~--~~~~----~~~~~~--~~~-
~--~---~~~-~~-~-~~--~----~~--~~------~-~~~-~---~~~~~~~~-~~~---~~---~--~~~
~-~~--~-~-~~--~-~-~---~-~~~--~~~~~-~~---~~--~---~~--~-~~~~---~~--~~~---~-
~-~~--~--~--~---~~~~~-~-~~~~~~~-----~--~~--~~~~~-~~-~--~--~~~------~~--~- ~~----~--~~~--~~~~~~-~-~-~-~~~--~~~--~---~~---~-~---~~~---~-~----~~~--~~~
-~--~~-~---------~-~~~~~-~~-~~~-~-~~~--~----~~~~-~~~--~-~~--~~-~--~~~-~--
--~~---~~~~~---~~~~~-~---~~--~-~~-~~-~~-~----~------~~-~~~~~-~-~~-----~~~
-~-~-~~-----~-~-~~~~~~~~~~~~~~-~~~~~-----~----~--~--~~-~--~-~--~~~-~-----
-~~~~-~-~--~~-~-~---~~--~~~-----~~-~---~~-~~~-~-~-~----~~~----~--~~~-~~~~
---~~-~~-~-~--~~-~~--~--~~-~~~~~--~~~~--~~~-~~~----~-~-~-~~----~--~-~~---
-~----~---~-~--~-~~~~~~~-~~-~-~~~~-~~-~~-~-----~-~-~--~---~~~-~--~~~--~-~
----~~~--~~~~--~------~~-~---~----~~-~~~~-~~~~-~~~--~-~-~~-~~~-~-~--~-~~-
~~~-----~----~~~~-~-~~-~~--~~~-~-~---~~~~-~-~~-~---~~-~~~---~~~-----~-~-~
-~~~~~--~----~-~-~~---~--~~-~~~~-~--~~~~~-~---~--~~-~------~~-~--~-~~-~~~
-----~~~~---~~~~-~--~~--~~----~-~-~~~~~-~--~~--~-~~~-~~~---~~--~-----~~~~
------~~~~~~~~~---~~~~-~~~~---~~--~~~~-~--------~~~--~-~--~-~~~---~-~-~-~
--~---~------~~~~--~~~~-~--~--~~-~--~~~---~~~~-~-~-~--~~-~-----~~~~-~~~~~
~-~--~~~----~----~---~-~--~~~~-~~~-~-~~--~-~~---~~-~~--~-~--~--~~~-~~~-~~
~~~~--~-~-~-~~-~~~-~-~~~~-~~-~-~--~-~--~-~-~-~~~-~-~--~-~---~---~-~-~----
-~~~-~~-----~--~-~~~~----~~----~-~~~--~-~--~~--~~-~~---~-~~-~~~~~~-~---~~
~~~~~----~-~~---~~-~~~-~~~~----~---~~-~---~-~-----~--~~~--~~~-~--~~~~-~-~
~~-~---~----~----~--~~~~~--~~-~--~-~~---~~~----~~~-~-~~~~~~-~~~--~--~~-~-
~~~~~----~~~-~~~~----~-~--~-~-~~~-~---~~~~-~-~~----~---~~-~-~-~~-~~---~--
-~-~-~~~-~-~~-~~--~~~~-~~-~--~~-~~-~~--~~----~-~--~~~--------~---~~~~--~~
~-~--~~-~---~-~----~~~-~--~~~-~---~-~--~~~~-~~~~-~~-~---~-~~~----~~--~~-~
--~---~~-~~-~~-~-~~~~~-~~~~~~--~-~-~--~--~~~~--------~~--~-~~-~---~-~~~--
~~-~--~~-~~~-~~~~-~---~-~~-~---~~--~-~-~--~-~-~-~~--~~-~~--~--~~--~-~-~--
~-~------~~~-~~~~--~~-~--~----~-~-~-----~~~-~~~~~~~--~~-~--~-~-~--~-~~-~~
-~--~---~~-~----~~~--~~-~-~---~-~-~~-~~~~-~~-~-~~---~~--~-~-~-~~-~~--~~~-
-~~~--~-~~~-~-~----~-~~-~~~-~-~---~--~~~---~----~~-~~-~--~-~~--~~--~~-~~~ ~~~-~~-~~-~~-~~~~~~--~~-~---~---~-~~-~~~-~---~-----~--~-~-~~------~-~~-~~
~~~-~~~~-~-~--~--~--~-~~~--~-~-~----~~~~~-~~----------~~---~~~~~~~~--~-~-
~-~-------~--~--~-~---~---~~~~~~--~---~----~~~~~-~~~-~~~~~-~-~--~~~-~~~-~
~--~--~~~~---~-~~-~~-~~~~~----~~--~-~~~~~~~~----~~~--~--~-~~---~-~~------
~---~~~~--~-~~-~--~~~~~----~~~-~-~~------~--~~~~-~---~-~-~~~-~~-~~~~-----
~~~~-~~~~~-~~~~-~~~~-----~-~~-------~-~~---~~~-~---~~--~~----~~-~~--~---~
-~--~~~-~---~-~~~~--~~---~-~---~-~-~-~--~~--~~------~~-~~~~~-~~~~~~-~--~-
---~--~--~-----~~--~~-~----~-~~-~~~-~-~~~~--~----~~~-~--~-~~~-~-~~~-~~~~~
--~~--~~~-~~~-~~~~---~~~---~-~-~-~~~~-~-~~----~---~~~~-~-~~~---~--~--~---
--~~~~~~~~----~~~~~-~-~--------~~-~~-~--~~-~-----~---~-~~-~-~-~-~--~~~~~~
~~~-~-------~--~~~~~--~~~~--~-~---~-~--~-~~~-~-----~~~~-~---~~~~~~-~~~---
~-~-~-~-~~~-~~-~~-~-----~~~-~~----~-~----~~~-~~~~--~-~~~-~~-~~-~~--~-----
-~~----~~~~-~~~----~---~~~-~--~~--~~-~~-~-~-~-~-~---~-~~~---~~~-~-~~~-~--
-~~-~--~~~-~-~-~~--~---~~-~------~~~-~~-~--~---~--~--~~---~~~~-~-~~~~~-~~
~-~~~~~~-~-~---~~-----~-~--~-~-~~--~~~-~-~-~---~~-~---~~-~--~----~-~~~~~~
~~-~-~~--~~-~-~~~--~-----~-~~---~~---~--~~~~-~~~~-~~-~----~-~~~~---~-~~--
~--~-~-~~~~--------~~~~~----~~-~-~~~--~-~-~~-----~~-~~~~--~-~~-~~~--~~-~-
----~~----~-~-~~-~-~~----~~-~~~--~~--~----~-~~-~~~~~-~~-~~-~~~--~~~~----~
~-~-~~~~~-~~--~--~~--~-~~-~-~~~~-~-~-~-~~~~-~--~--~--~----~--~--~~---~~--
~-~~~~~~-~~~-~-~---~-~-~-~~~~--~---~~~-~~-~--~-~-~---~~-~-~-~~-----~---~-
~~--~--~~~~--~~--~--~--~-~~~-~~~~~~~--------~~-~~~~---~---~--~~~~~~--~---
~~-~~-~-~-~~-~~-~-~~-~--~-~--~~--~----~---~~~~~~--~~-------~----~~-~~~~~~
~~~-~~-~-~~~~~---~~~~~-~--~--~---~-~-~-~~-~~~-~-~-~~--~---~--~~~-~-------
~-~~-~~~~-~~~~~~-~-~~-~~-~~~~----~--~-~--~-~-~-~-----~-~-~--~~~~-----~---
---~~-~--~~~-~-~---~-~~-~-~~--~--~--~-~---~-~~-~-~-~~-~~-~~--~~~-~--~~-~~
-~-~~-~~-------~~-~-~-~~-~~~~~~~---~-~~~-~~~--~~-~~---~~-~-~~--~---~~---- >>1
見れる方法って簡単なんだなwwww
ツイッター。確実に鍵垢を見る方法が特定されたので早速やってみたら本当に見れたんですが簡単すぎると思いません?【証拠画像あり】
https://detail.chiebukuro.yahoo.co.jp/qa/question_detail/q12222925047